शशि भूषण बडोनी

‘‘हम एक बंद मुर्दा समाज हैं’’

शशि भूषण बडोनी: विमल जी आपका बचपन पहाड़ों में बीता। बचपन के उन दिनों की स्मृतियां किस रूप में अंकित हैं? शिक्षा-दीक्षा के बारे में तथा साहित्य की ओर आपका रुझान किस प्रकार हुआ?

डॉ- गंगा प्रसाद विमल: धुर बचपन की तो मुकम्मिल यादें नहीं हैं। उस वक्त की कुछ बातों को परिजन बताते हैं तो विश्वास नहीं होता कि ऐसा कुछ मैंने किया होगा। टुकड़ों-टुकड़ों में कु....

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