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देखकर थरथरा रही है देह
सुनकर कांप रही है रूह ,
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार वह युवती
वर्ण व्यवस्था से बची खुची
उसकी रीढ़ की हड्डी भी तोड़ दी गई
जीभ काट दी गई
ऐसी दयनीय अवस्था में भी खुद ही
घिसटते हुए पहुंची घास काटती हुई म....