पूंजी समय की बर्बर भूमिका का दृश्य और अदृश्य कीर्तिगान
पूरा पढ़ेवो क्या जाने पीर पराइ
पूरा पढ़ेउर्दू शायरी का सर्जनात्मक परिचय कराती किताब
पूरा पढ़ेसत्तर के दशक का दस्तावेज है ‘दिनांक के बिना’
पूरा पढ़ेवर्तमान और स्मृतियों से मुठभेड़ करती कविताएं
पूरा पढ़ेएक आग का दरिया था और डूब कर जाना था
पूरा पढ़ेनयी सुबह की तलाश
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