प्रेम जनमेजय

ऐसी हैं सूर्यबाला

बहुत कठिन होता है अपने समय के सहयात्री के संबंध में लिखना, क्योंकि झूठ आपसे बोला नहीं जाता है और सत्य कहकर संबंध टूटने का साहस आप जुटा नहीं पाते हैं। हां, यदि आपको विवाद उत्पन्न करने में रुचि है तो आप काले-सफेद, सभी प्रकार के सच बेधड़क होकर बोल लेते हैं। और यदि आप कबीर की राह के रचनाधर्मी हैं तो चाहे दूसरे के पास आपका सच सुनने की हिम्मत न हो आपकी आंखन देखी को बेबाक कहने की हिम्....

Subscribe Now

पाखी वीडियो


दि संडे पोस्ट

पूछताछ करें