कला कौशल

स्व से समाज की ओर उन्मुख: महादेवी वर्मा

महादेवी वर्मा छायावादी काव्य युग की प्रतिनिधि कवयित्री हैं। उनकी कविता का मूल स्वर कुल मिलाकर वेदना है। परंतु डॉ- रामविलास शर्मा जैसे प्रगतिशील समीक्षक महादेवी को आस्था और सौंदर्य की कवयित्री घोषित करते हैं। महादेवी जी को साहित्यिक संस्कार अपने परिवार से ही मिला था। पिता शिक्षा पेशे से जुड़े थे और माता भी पढ़ाकू थीं। मां ने एक करुण कथा सुनाई, जिससे प्रभावित होकर आपन....

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