गुजर जाने के बाद भी
लोग पूछते हैं प्रेम की याद आती है?
ऐसे बेवकूफाना सवालों का जवाब
भला क्या ही हो
कैसे कहूं कि याद आने-जाने जैसा
कुछ भी नहीं होता हमारे बीच
सिगरेट थोड़े ही है
जो जले और धीरे-धीरे खत्म हो जाए
यहां एक धूनी है जो जलती ही रहती है
मन चंदन हो जाता है
मेरी अस्थियां भसम बन जाती हैं
तिलिस्म सा ये ....
