मुकेश कुमार

बाल-बुद्धि बनाम बैल-बुद्धि

भारतीय मीडिया के लिए ये एक शुभ संकेत है कि जो मीडिया हमेशा बुद्धि से परहेज करता था, बौद्धिक कार्य-कलापों से दूरी बरतता था, आठों पहर बुद्धिहीनों की तरह व्यवहार करता था, बुद्धुओं का महिमागान करता था, वह अब सहर्ष बढ़-चढ़कर बुद्धि पर बात कर रहा है। 
इस क्रांतिकारी परिवर्तन का सारा श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है। हमें उनका आभारी होना चाहिए कि जिस मीडिया को उन्होंने मंदबुद्ध....

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