शतायु हों त्रिपाठी जी
पूरा पढ़ेज्यों-ज्यों बूड़े विश्वनाथ त्रिपाठीय रंग
पूरा पढ़ेयमुना-तट पर गंगा-स्नान
पूरा पढ़े(मिर्जा गालिब से माफी सहित)
पूरा पढ़ेहिंदी के श्रेष्ठ गद्यकार एवं आलोचक भी बलरामपुरिया
पूरा पढ़ेऐसा गुरु कोई अन्य नहीं
पूरा पढ़ेसुरुचि, सुवास, सरस, अनुरागा
पूरा पढ़ेबिसनाथ को सहेजे चलते विश्वनाथ त्रिपाठी
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