स्वयं प्रकाश यथार्थवादी कहानीकार हैं। प्रेमचन्द-यशपाल, हरिशंकर परसाई, अमरकान्त और भीष्मसाहनी की परम्परा के प्रगतिशील कहानीकार। वे कहानी को बेहद साधारण जीवन से उठाते हैं, एक ऐसा जीवन जो हमारा अत्यन्त परिचित और अनुभवों की दृष्टि से बेहद नज़दीकी है। अपने से लगते जीवन और चरित्रों को उठाकर वे किसी अतिनाटकीय वातावरण या घटनाओं की रचना नहीं करते। उनकी कहानियाँ साधारण जीवन क....
