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तुम्हारी तमाम वाचलता और झूठ के विरुद्ध तुम्हारे द्वारा कैद
पूरा पढ़ेक्योंकि पढ़ी जा रही हैं तुम्हारी कविताएं लगाये जा रहे हैं तुम्हारे नारे
पूरा पढ़ेअसली गांधी का वीडियो मैंने 'यू-ट्यूब' पर देखा 'गांधी' फिल्म 'डीडी नेशनल' पर.. जिसमें गांधी का किरदार 'यू-ट्यूब' के गां
पूरा पढ़ेसमस्त घृणा और विभेद को त्याग मानवता के प्रति जगा कर राग
पूरा पढ़ेदेश एल्यूमीनियम की पुरानी घिसी एक देकची है जो पुश्तैनी घर के भाई-बँटवारे में आई
पूरा पढ़ेउनके समीप नहीं जा पाता था कोई भी सामान्य जन यह अक्षुण्ण नहीं रहा
पूरा पढ़ेहम लड़ेंगे साथी लड़ेंगे तबतक जबतक जान हमारी है हम तो लड़ते रहेंगे जबतक ये पहचान हमारी है
पूरा पढ़ेजब से उस आंगन में दूर-दूर से उड़ आ गईं हैं रंग बिरंगी तितलियां
पूरा पढ़ेजो हर चमक का गुलाम बनाकर उसे बटोरने की आजा़दी देते हैं
पूरा पढ़ेदिल्ली का दरबार देखो रानी राजकुमार देखो गूँगे बहरे राज सभासद मंत्री अपना यार देखो
पूरा पढ़ेरेखांकित करते हैं शाइनिंग इण्डिया को । कि सचमुच अच्छे दिन आ गए हैं स्वदेशी आंदोलन के ।
पूरा पढ़ेरँग रहे हैं एक-दुसरे के मन- मस्तिष्क को कुछ लोग बहीखातों की जुगत में तिकड़म भीड़ा रहे हैं
पूरा पढ़ेएक घूमता विकास का पहिया अंतरिक्ष में लटका किसी सफ़र में नहीं था, या सफ़र की कोई मंज़िल नहीं थी
पूरा पढ़ेख़बरों में अभी भी पैदल चल रहे हैं लोग साइकिल से जा रहे हैं हज़ार-हज़ार किलोमीटर दूर अपने गाँव दिन भर, रात भर,
पूरा पढ़ेदेखकर थरथरा रही है देह सुनकर कांप रही है रूह ,
पूरा पढ़ेजिन्हे सड़कों पर हम नचाते हैं वो बंदर मेरे पुरखें हैं| सप्तसिन्धु का हडप्पा पाकिस्तानी है| मेरी आँखे सिन्थियन है|
पूरा पढ़ेइन्हें रोको,इन्हें मारो इसलिए नहीं कि ये शांति भंग कर रहे हैं
पूरा पढ़ेआओ हम अज़ब देश , गज़ब देश की पेट्रोयोटिक धुन पर गाएं नहीं , आज़ादी - आज़ादी खेलें देश –देश खेलें !
पूरा पढ़ेकमाने -खाने के स्रोतों को बंद होता देख उन्हें अपना गांव सूझने लगा जहां रहने को न भाड़ा लगे, प्यास बुझाने को न
पूरा पढ़ेमहज ज़मीन का टुकड़ा नहीं है देश दीवार पर कीलों से ठुकी कोई तस्वीर भी नहीं जिसे देखकर की जाए सियासी तकरीर देश नहीं हो
पूरा पढ़ेकितनी पीड़ाओं से निथर कर आती है एक अशरीरी हँसी मैं जी भर पीना चाहती हूँ वो हँसी
पूरा पढ़ेफूलना - फलना मौसम बदल रहा है ऋतु - चक्र का प्रत्यावर्तन मानसूनी हवाएं पाला बदलकर
पूरा पढ़ेदेश बहुत बड़ा है रंग और राग से ब्रज के फाग से इश्क के पराग से मजार के चराग से
पूरा पढ़ेदुनिया भर में कौन सा देश किस दिशा में हैं इससे क्या फरक पड़ता है भला पृथ्वी को
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